झांसी में शनिवार शाम जिला अस्तपाल के बच्चा वार्ड की छत पर शार्ट सर्किट से अचानक आग भड़क उठी। थोड़ी देर में आग आगे फैलने लगी। आग की लपटें देखकर वहां चीख-पुकार मच गई। जिनके बच्चे वार्ड में भर्ती थे, वह अपने बच्चों को लेकर बाहर भागने लगीं। अस्पताल प्रशासन ने आग बुझाने की कोशिश की। दमकल की गाड़ियां भी बुला ली गईं। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा
“जिम्मेदारी तय होनी चाहिए!”
छह महीने पहले झाँसी मेडिकल कॉलेज के बच्चों के वार्ड में आग लगने से 18 मासूमों की दर्दनाक मौत हो गई थी। दुखद है कि अब तक उस घटना पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
और अब, एक बार फिर शॉर्ट सर्किट के कारण झाँसी सिविल हॉस्पिटल में आग लग गई। अफरातफरी मच गई, लेकिन बच्चों के अभिभावकों की सूझबूझ से समय रहते बच्चों की जान बचाई जा सकी।
मौके पर पहुँच कर हमने अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा कि जहां भी वायरिंग जर्जर है, कटे-फटे तार हैं — विशेषकर मेडिकल कॉलेज और सिविल हॉस्पिटल में — तुरंत उसे बदला जाए।
और जिनकी लापरवाही से आज फिर आगजनी जैसी गंभीर घटना हुई है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
जनता की जान से खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिम्मेदारी तय हो और दोषियों को सजा मिले!