० पहलगाम की बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले में मरने वालों में कानपुर निवासी शुभम भी शामिल हैं। शुभम की पत्नी एशान्या ने बताया कि किस तरह आतंकियों ने हिंदुओं को निशाना बनाया।
दिल्ली (भारत न्यूज7)। पहलगाम हमलों के पीड़ितों ने बताया कि किस तरह आतंकी सुरक्षाबलों की वर्दी में आए थे और धर्म के नाम पर हत्या की गई। कानपुर निवासी शुभम अपनी पत्नी एशान्या के साथ बैसारन घाटी में थे।
एशान्या ने बताया कि अचानक पहाड़ी में छिपे करीब 12 से 15 आतंकवादी सामने आ जाते हैं। शुभम से सवाल करते हैं, मुसलमान हो या हिंदू? जवाब नहीं मिलने पर कलमा पढ़ने को कहते हैं। शुभम चुप रहे। इस पर आतंकियों ने बाल पकड़कर सीधे उनके सिर में गोली मार दी। अचानक हुई घटना से एशान्या सन्न रह जाती हैं।
सरकार को बता देना.. आतंकियों ने गोलियां बरसाई हैं
गोलियां बरसाने के बाद आतंकवादियों ने कहा कि यहां से जाने के बाद ¨हिंदुस्तान की सरकार को बता देना कि आतंकवादियों ने गोलियां बरसाई हैं। पिता संजय फोन पर फफकते हुए बोले- सब कुछ बर्बाद हो गया। आतंकियों ने कायराना तरीके से हमला कर बेटे को हमेशा के लिए छीन लिया। इतना कहते ही संजय बिलखते हुए बोले, सब कुछ छिन गया। अब कुछ नहीं बता पाऊंगा।
आतंकी बोला- जाओ तुम्हें नहीं मारता, जाकर मोदी को बता देना
वहीं, आतंकी हमले में अपने पति को खोने वाली पल्लवी के मुताबिक, गोलियां चलाने वाले आतंकी ने कहा, जाओ तुम्हें नहीं मारता, जाकर मोदी को बता देना।
पल्लवी अपने पति रंजन और बेटे के साथ कुछ दिन पहले ही कश्मीर में छुट्टियां मनाने आई थी। पल्लवी ने कहा कि गोलियां बरसा रहे आतंकियों (जिनकी संख्या चार के करीब थी) से मैंने कहा कि अब मैं यहां क्या करूंगी, मुझे तो आपने जीते जी मार दिया है, मुझे भी मार दो। एक हमलावर ने कहा कि जाओ तुम्हें जिंदा छोड़ा, जाकर मोदी को बता देना।